يَسْأَلُهُ مَنْ فِي السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضِ ۚ كُلَّ يَوْمٍ هُوَ فِي شَأْنٍ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
आकाशों और धरती में जो भी है उसी से माँगता है। उसकी नित्य नई शान है
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
और जितने लोग सारे आसमान व ज़मीन में हैं (सब) उसी से माँगते हैं वह हर रोज़ (हर वक्त) मख़लूक के एक न एक काम में है