وَامْتَازُوا الْيَوْمَ أَيُّهَا الْمُجْرِمُونَ
फ़ारूक़ ख़ान & अहमद
"और ऐ अपराधियों! आज तुम छँटकर अलग हो जाओ
फ़ारूक़ ख़ान & नदवी
और (एक आवाज़ आएगी कि) ऐ गुनाहगारों तुम लोग (इनसे) अलग हो जाओ
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